

हिन्दू सेवा मण्डल, जोधपुर ने हरिद्वार के हरकी पौड़ी में किया अस्थियों का सामूहिक विसर्जन
हरिद्वार। हिन्दू सेवा मण्डल ने गुरुवार को 1121 लावारिस शवों की अस्थियों का मां गंगा की गोद में विधिपूर्वक विसर्जन किया। हरकी पौड़ी पर अस्थि कलश लाने के बाद सभी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए मृतात्माओं के मोक्ष की कामना की।
उल्लेखनीय है कि जोधपुर मारवाड की अग्रणी संस्था हिन्दू सेवा मण्डल द्वारा जोधपुर से 1121 लावारिस लोगों की अस्थियों को हरिद्वार लाया गया। अस्थि विसर्जन से पूर्व अस्थि कलश यात्रा उत्तरी हरिद्वार के मुखिया गली से आरम्भ होकर हरकी पौड़ी ब्रह्मकुण्ड पहुंची। जहां तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक विधि के द्वारा मां गंगा में सामूहिक रूप से अस्थियों के विसर्जन का कर्म कराया।
अस्थि विसर्जन से पूर्व सभी अस्थि कलशों को ओम की आकृति बनाकर रखा गया। उसके पश्चात तीर्थ पुरोहित ने वैदिक विधि के द्वारा अस्थियों को मां गंगा में विसर्जित कराया।
संस्था के प्रधानमंत्री विष्णुचन्द्र प्रजापत ने बताया कि हिन्दू सेवा मण्डल की शुरूआत वर्ष 1925 में पृथ्वीराज भंसाली व महंत लादूराम ने लावारिस शवों के अंतिम संस्कार से उस समय की थी, जब देश में प्लेग फैला हुआ था। लोग मर रहे थे और उनका अंतिम संस्कार करने के लिए कोई तैयार नहीं होता था। ऐसे समय में संस्था की स्थापना की। तब से लेकर आज तब संस्था अपने सामाजिक दायित्व को पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करती चली आ रही है।
उन्होंने बताया कि जोधपुर के मुक्ति धाम से हरिद्वार हरकी पौड़ी में गंगा में विसर्जन करने के लिए 1121 मृतकों की अस्थियां लायी गयी थीं। जिन्हेें आज मां गंगा में विसर्जित कर सभी मृतात्माओं के मोक्ष की कामना की गयी।
इस अवसर पर विधायक मदन कौशिक, संस्था के प्रधान महेश कुमार जाजड़ा, उप प्रधान भैरू प्रकाश दाधीच, कोषाध्यक्ष कैलाश जाजू, आय-व्यय परीक्षक सुरेश पारीक, संस्कार मंत्री राकेश गौड़, मदन सैन, ताराचंद शर्मा, प्रेमराज खिंवसरा, दिनेश रामावत, नरेन्द्र सिंह गहलोत, सुरेन्द्र सिंह सांखला, हनवतराज गांच्छा, यतिन्द्र प्रजापत, गौरीशंकर गॉधी, महेन्द्रसिंह तंवर व स्थानीय लोग मौजूद रहे, जिन्हें सभी के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके मोक्ष की कामना की।